भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में नया इतिहास रचते हुए चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान से लैस लैंडर मौड्यूल की साफ्ट लैंडिंग कराने में सफलता प्राप्त की भारतीय समयानुसार साय: 06:04 मिनट पर चंद्रमा की सतह को छूआ।
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बरेली इन्टरनेशनल यूनिवर्सिटी के प्रांगण में स्थित रोहिलखण्ड मेडिकल कालेज के आडिटोरियम में दिखाया गया जिसमें विश्वविद्यालय के समस्त पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकगण द्वारा विशाल संख्या में अति – उत्साह के साथ भाग लिया गया। जैसे-जैसे चंद्रयान – 3 की लैंडिंग का समय निकट आ रहा था वैसे-वैसे सभागार तालियों की गढ़गढ़ाहट एवं भारत माता की जय के उद्घोशों से गूंज उठता था , अंत में चंद्रयान – 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के पश्चात सभी शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा एक दूसरे को बधाई दी। संसथान के प्रधानाचार्य ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत के वैज्ञानिकों की इस उपलब्धि से विश्व में भारत के मान-सम्मान की बढ़ोहत्तरी हुई है।
कार्यक्रम में संस्थान के प्रधानाचार्य डा0 दिग्विजय सिंह एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने अति-उत्साह के साथ प्रसारण के समाप्त होने तक अपनी उपस्थिती बनाये रखी|




Leave a Reply